Skip to main content

वे कहती हैं, आपसे मिलना है?


तो वे हमसे मिलना चाहती थी, तब ये लिखा था कि - 

हम मिलेंगे आपके सपनों और यादों में|

हम मिलेंगे किसी दिन, किसी चौराहे पर|

हम आपसे मिलेंगे सुनहरी वादियों में, चहचहाते चिड़ियों के बगीचों में, बहते झरनों में, बहते फिजाओं में|

अब तो मैं भी, मैं ना रहा, मैं इंतजार करूंगा, तुम आना, मैं मिलूंगा अपने कब्र पर|

वह कहती हैं, आपसे मिलना है, तो हां मुझे भी मिलना, इन हवाओं में इन फिजाओं में|

~ Gitesh Sharma (Insta/@giteshsharma_) 

#Poem #Shayari #Love #Ishq

Comments

Popular posts from this blog

उनकी गहरी और नशीली नजरे

सुना है बड़े-बड़े तैराक भी गहरे समुंदर में डूब जाते हैं। मैं तो फिर भी तैरना नहीं जानता था, जितना हाथ-पैर मरता गया, उतना ही उनकी गहरी और नशीली नजरों में डूबता गया.. Suna Hai Bade Bade Tairak Bhi Gahare Samundar Me Doob Jate Hai.  Main To Fir Bhi Tairna Nahi Janta Tha, Jitna Haath Pair Marta Gaya, Unki Gahari Aur Nashili Nazaro Me Doobta Gaya.. By Gitesh Sharma (गीतेश शर्मा). Insta/@giteshsharma_

काश

काश की तुम मौत होती, एक दिन आती जरूर! अफसोस कि तुम जींदगी हो, छोड़ कर जाओगी जरूर|| kaash kee tum maut hotee, ek din aatee jaroor! aphasos ki tum jeendagee ho, chhod kar jaogee jaroor.. ~ Gitesh Sharma, Blogger Instagram , Koo or Twitter / @giteshsharma_